तो घर आंगन में गूंजे की किलकारी

संतान प्राप्ति के उपाय - Santan prapti ke upay in hindi

अगर आपके घर आंगन में बच्चे की किलकारी नहीं गूंज रही है, तो अन्य उपायों के साथ कुछ छोटे-मोटे टोटके आजमाना भी सही रहेगा । कई बार टोटकों से हमें गंभीर परेशानी से छुटकारा मिल जाता है

जीवन के समस्त सुखों में संतान सुख का स्थान सर्वोपरि है । यदि सभी प्रकार के सुख साधन आपको उपलब्ध हो और संतान ना हो, तो आपके घर में कुछ कमी महसूस होती है । धर्म ग्रंथों में भी विवाह का प्रमुख उद्देश्य संतानोत्पत्ति कहा गया है । साथ ही साथ शास्त्रों में कुछ ऐसे उपाय भी दिए हुए हैं, जिन्हें आपके घर में बच्चे की किलकारियां गूंज सकती हैं । यहाँ तंत्र शास्त्र में बताए गए कुछ सरल उपाय दिए जा रहे हैं, जो संतान योग का मार्ग प्रशस्त करता है:

* शनिवार के दिन रेवती नक्षत्र में पीपल का बांदा लाकर स्त्री की कमर में बांध दें । इससे भी संतान होने की संभावना बढ़ जाती है ।

* पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में आम के पेड़ की जड़ लाकर उसे दूध में घिसकर स्त्री को पिला दे । शीघ्र संतान उत्पत्ति होगी ।

* नींबू की जड़ को दूध में पीसकर उसमें शुद्ध देशी घी मिला ले । इससे भी संतान होगी ।

* ऐसा माना जाता है कि सवि का भात एवं मूंग की दाल खाने से स्त्री को संतान अवश्य होती है ।

* जो गाय पहली बार बच्चा दी हो, उस गाय के दूध के साथ नागकेसर का चूर्ण 7 दिनों तक खाने से संतान होने की संभावना अधिक हो जाती है ।

* यदि घर का पुरुष सदस्य सफेद गाय और उसके सफेद बछड़े की सेवा करें और प्रतिदिन गाय का दूध पिए, तो उससे संतान सुख प्राप्त होता है ।

* अमावस्या के दिन बरगद के वृक्ष की पूजा करने तथा प्रतिदिन उषाकाल में बरगद के दूध की पांच बुँदे बताशे में रखकर पुरुष द्वारा तीन चार महीने तक सेवन करने से संतान सुख मिलता है ।

* सात शनिवार को प्रातः काल उड़द के दो बड़े अपने सिर पर घड़ी की विपरीत दिशा में घुमाकर कौओ को खिला दें । इससे संतान सुख अवश्य मिलता है ।

* गरीबों और रोगियों को शुद्ध घी का मिष्ठान्न खिलाने से भी घर में संतान होने का आशीर्वाद मिलता है ।

* प्रतिदिन घर से बाहर निकलकर काली गाय के सिर पर हाथ फेरें । यथासंभव उसे कुछ खिलाए भी इस प्रयोग को करते रहने से शीघ्र आपके घर में बच्चे की किलकारी की आवाज सुनाई देगी ।

* अगर संतान प्राप्ति में किसी तरह की बाधा आ रही है, तो पति पत्नी एक माह तक पीली वस्तु का सेवन करें । फिर दूसरे माह में कम से कम एक बार पीला वस्त्र अवश्य धारण करें । तीसरे माह श्रद्धा अनुसार पीला वास्तु एवं धन का दान करें । इस प्रयोग को करने से संतान उत्पत्ति का योग बनता है ।

* यदि कोई स्त्री प्रतिदिन नियमित रूप से पीपल के वृक्ष की पूजा एवं परिक्रमा करें और उसके नीचे शुद्ध घी का दिया जलाए तो उसे यथाशीघ्र संतान सुख की प्राप्ति होती है ।

* रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र में आक की जड़ लाकर संतान की इच्छुक स्त्री की कमर में बांध दें । जल्दी ही घर में संतान का प्रवेश होगा ।

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